Zrurat Ek Tavayaf Ki Tarah

ज़रूरत एक तवायफ की तरह मुझको नचाती है, मैं जितना काम करती हु मशीने भी नहीं करती || ---- Zrurat ek tavayaf ki tarah mujhko nchati hai, main jitna kaam…

Bin Tere Tu Hi Bta

बिन तेरे तू ही बता कैसे घसीटू इसको, ज़िंदगी लगती है टूटी हुई चप्पल की तरह || ---- Bin tere tu hi bta kaise ghseetu isko, Zindagi lgti hai tutti…