इश्क़ होना भी लाज़मी है शायरी लिखने के लिए वरना... कलम ही लिखती तो…हर स्कुल का टीचर ग़ालिब होता || Ishq hona bhi laazmi hai shayari likhne ke liye warna,…
थी खामोशी हमारी फितरत में तभी तो बरसो निभ गयी लोगो से, अगर मुँह में हमारे जवाब होते तो सोचो कितना बवाल होता.. || Thi khamoshi hamari Fitrat mein tabhi…